लखनऊ। राष्ट्रीय कार्यशाला एवं जागरूकता कार्यक्रम मधु क्रांति का दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन शुक्रवार को राजधानी लखनऊ स्थित भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में हुआ। यह कार्यशाला कृषि विज्ञान केंद्र, भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ (उ.प्र.) एवं लघु कृषक कृषि व्यापार संघ नई दिल्ली तथा वित्तीय सहयोग राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड नई दिल्ली द्वारा आयोजित किया गया।
दो दिवसीय कार्यशाला में मुख्य रूप से मधुमक्खी पालन के संबंध में लोगों को जानकारियां दी गई। इस दौरान बताया गया कि गांव के रहने वाले किसान किस तरह से मधुमक्खी पालन का कार्य कर अपनी आय में बढ़ोतरी सकते हैं। मधुमक्खी पालन के संबंध में उपस्थित किसानों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से सवाल-जवाब कर अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त की।
वहीं कार्यक्रम के अयोजक डॉ. रंजीत सिंह राजपूत उपनिदेशक लघु कृषक कृषि व्यापार संघ नई दिल्ली का कैलाश नाथ निषाद ने स्वागत किया। कार्यक्रम के अतीत वैज्ञानिक डीजी उपचार संजय सिंह, डॉ. बीपी सिंह, कावेरी, डॉ. आरपी साहू, बलराम वर्मा उपनिदेशक कृषि लखनऊ आदि ने उपस्थित किसानों को मधुमक्खी पालन के संबंध में जानकारियां प्रदान की।
इस गोष्ठी में न्यूसीड संस्था के सीबीबीओ राजन तिवारी, बांगरमऊ फिश प्रोड्यूसर कंपनी के अध्यक्ष कैलाश नाथ निषाद, जेहटा फिश प्रोड्यूसर कंपनी के अध्यक्ष गणेश प्रसाद कश्यप, निदेशक जितेन्द्र निषाद, सीईओ विमल कुमार राजपूत, संजीव निषाद, जेके वर्मा, राजीव रंजन, राजकुमार राजपूत, दीपक निषाद, राजेश निषाद, सुभाष निषाद, सुरेश कश्यप, दयाराम कश्यप, जुगल किशोर कश्यप, गुड़िया कश्यप व राजकुमार राजपूत समेत सैकड़ो की संख्या में एफपीओ व एफएफपीओ से जुड़े किसानों ने अपनी सहभागिता दिखाई।
