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प्रदेश में नदियो, झीलों व जलाशयों के किनारे स्थित शहरों में सोलर बोट का होगा संचालन

लखनऊ: जल परिवहन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के नदियों, झीलों तथा जलाशयों के किनारे स्थित प्रमुख तीर्थ स्थलों पर सोलर बोट संचालित की जायेगी। पहले चरण में अयोध्या, वाराणसी, मथुरा व विन्ध्यवासिनी धाम में यह सेवा शुरू की जायेगी। सोलर बोट सेवा के विधिवत संचालन के लिए अयोध्या में एक जेट्टी का निर्माण किया जायेगा तथा गन्तव्य स्थलों पर नावों के चार्जिंग की व्यवस्था कराई जायेगी।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल से हमारे प्रदेश की नदियॉ आस्था के साथ ही अर्थव्यवस्था से संबंधित विभिन्न गतिविधियों का केन्द्र रही हैं। राज्य सरकार ने वाटर स्पोर्ट्स तथा जल परिवहन एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाली नावों को संचालित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि सोलर बोट के संचालन से हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा के साथ कार्बन उत्सर्जन में कमी आयेगी तथा पर्यटकों के लिए प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने में मदद मिलेगी।
जयवीर सिंह ने बताया कि प्रयोग के तौर पर यूपी नवीन एवं नवीनीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी द्वारा 17 सोलर बोट उपलब्ध कराई जायेगी। इसका संचालन पर्यटन विभाग द्वारा किया जायेगा। इन नावों के संचालन से प्राप्त होने वाले राजस्व में दोनों विभागों की बराबर की हिस्सेदारी होगी। उन्होंने कहा कि सोलर बोट की सफलता एवं लोकप्रियता के चलते मछुआ समुदाय भी सौर ऊर्जा चालित नावों को उपयोग में लाने के लिए प्रेरित होगा। इसके साथ ही जल मार्गों का विकास होगा। साथ ही सोलर बोट से जुड़े हुए गन्तव्य स्थलों पर नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था होने से प्रदूषण को कम से कम करने में मदद मिलेगी।
जयवीर सिंह ने बताया कि सोलर बोट के संचालन का निर्णय लेने वाला उ0प्र0 पहला राज्य है। राज्य सरकार की यह सुविचारित एवं बहुआयामी परियोजना है। इससे काशी, प्रयागराज, अयोध्या तथा मथुरा जैसे शहरों में देशी-विदेशी सैलानियों की संख्या बढ़ेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही राज्य सरकार को राजस्व भी प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वाराणसी मेें टेन्ट सिटी स्थापित की जायेगी तथा प्रयागराज में तैरता हुआ रेस्टोरेन्ट संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले चरण में एक सोलर बोट वाराणसी तथा दो अयोध्या में संचालित की जायेगी। इस बोट में 30 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता होगी तथा 15 किमी0 प्रतिघंटा इनकी रफ्तार होगी। इन नावों की कीमत 1.05 करोड़ रूपये होगी।
उल्लेखनीय है कि विगत 27 जून को नेडा और उ0प्र0 पर्यटन विकास लि0 के बीच सौर ऊर्जा से चलने वाले नावों के संचालन को लेकर एक एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया था।

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