लखनऊ: 14 जुलाई, 2023
राज्य सरकार द्वारा पीपीपी मॉडल पर रोप-वे की परियोजना प्रदेश के तीन स्थलों-चित्रकूट, अष्टभुजा-कालीकोह (विन्ध्याचल) एवं बरसाना (मथुरा) में क्रियान्वित की जा रही है। चित्रकूट, अष्टभुजा-कालीकोह (विन्ध्याचल) में रोप-वे स्थापित करने के लिए उ0प्र0 राज्य पर्यटन विकास निगम लि0 को नोडल एजेंसी नामित किया गया है।
यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि चित्रकूट रोप-वे का संचालन 14 सितम्बर, 2019 से प्रारम्भ हो चुका है। जनपद मिर्जापुर के विन्ध्याचल स्थित अष्टभुजा-कालीकोह (विन्ध्याचल) में रोप-वे का संचालन 04 अगस्त, 2021 से शुरू हो चुका है।
जयवीर सिंह ने बताया कि बरसाना (मथुरा) में पीपीपी मॉडल पर रोप-वे की परियोजना के संचालन हेतु मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण को नोडल एजेंसी नामित किया गया है। बरसाना (मथुरा) में राधा रानी रोप-वे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि रोप-वे पर्यटकों में काफी लोकप्रिय हो रहा है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि मथुरा एवं चित्रकूट के धार्मिक स्थलों तक पहुंचने में रोप-वे से यात्रियों को सुविधा मिल रही है। उन्होंने बताया कि रोप-वे के क्रियाशील होने से दोनों जनपदों में स्थानीय लोगों को रोजगार के साथ राज्य सरकार को राजस्व भी प्राप्त हो रहा है।
