लखनऊ/उन्नाव। जल विहार कमेटी द्वारा आयोजित संगीतमय कथा प्रवचन के विश्राम दिवस पर परम पूज्य गुरुदेव कौशलेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने अपने प्रवचन मे बताया कि भागवत कथा प्रवचन का सार ही मुक्ति का मार्ग बताती है। कथा को जिस प्रकार सुन कर अनेक भक्तो ने बैकुंठ धाम की यात्रा कर मोक्ष प्राप्त कर चुके है और कर रहे है। इस कलिकाल में भी श्रोता व वक्ता भागवत निष्ठ होकर कथा को सुनते व सुनाते हैं तो मोक्ष का द्वार खुल सकता है। उन्हें मानव जीवन व अन्य योनियों में पुन: बार बार नहीं भटकना पड़ता है। उन्हें प्रभु श्रीमन नारायण के चरणों में स्थान मिल जाता है।स्वामी जी ने बताया कि भगवान की कथा प्रवचन मनोरंजन नहीं हो सकता मनोरंजन करने के लिए आप अन्य अनेक प्रकार का कार्य कर सकते हैं,लेकिन अगर आपको मुक्ति चाहिए भगवान की भक्ति चाहिए तो आपको भगवान की शरण में भगवान की गाथा सुननी ही पड़ेगी,जैसे शरीर को सुरक्षित रखने के लिए कड़वी औषधि पीनी पड़ती है वैसे ही अपने जीवन को सुरक्षित रखने के लिए भगवान के दिव्या गाथा गानी और सुननी पड़ती है कथा के दौरान स्वयं ग्राम प्रधान पूनम सत्येन्द्र सिंह दीपू,सोनू सिंह,मोहित सिंह,अभय प्रताप सिंह रासू,रानू सिंह,अभी सिंह तथा अन्य बहुत से सैकड़ों श्रोताओं का समूह उपस्थित रहा।
